Dosti Shayari : Tu Dosti Me Itna Khoya Kyu Hain
Dosti Shayari |
एक रात रब ने मेरे दिल से पूछा,
तू दोस्ती में इतना क्यूँ खोया है?
दिल बोला दोस्तों ने ही दी हैं सारी खुशियाँ,
वरना प्यार करके तो दिल हमेशा रोया है।
Karni Hai Khuda Se Gujarish,
Teri Dosti Ke Siwa Koi Bandgi Na Mile,
Har Janam Mein Mile Dost Tere Jaisa,
Ya Phir Kabhi Zindgi Na Mile.
तुम सदा मुस्कुराते रहो ये तमन्ना है हमारी,
हर दुआ में माँगी है बस खुशी तुम्हारी,
तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो,
फ़िर भी महसूस करोगे कमी हमारी।
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों दोस्ती की राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।