मोहब्बत शायरी : मुझे आवाज़ दे देना हम आज भी अकेले रहते हैं
मोहब्बत सब्र के अलावा कुछ नहीं,
हमने हर इश्क़ को इंतज़ार करते देखा हैं। 💘
अहसास लिखूँ जज़बात लिखूँ या
तेरी शोख अदाओं के अंदाज लिखूँ,
मेरे ज़हन में वो लफ्ज़ कहाँ
कि.. तेरे हुस्न की तमाम बात लिखूँ। 💘
चाँद की रोशनी में भी ना जाने कैसा सुरूर होते है,
हम जिसे भी चाहते है वो अक्सर हमसे दूर होता है। 💘
कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफ़िलों से
तो… मुझे आवाज़ दे देना हम आज भी अकेले रहते हैं। 💘
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये जिंदगी 💘
याद करता है कोई मुझे शिद्दत से,
जाता क्यों नही मेरा ये वहम मुद्दत से।
Yaad Karta Hai Koi Mujhe Shiddat Se,
Naata Koi Nahi Mera Ye Vaham Muddat Se.
हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल,
ना जाने कौन से कर्ज की किश्त हो तुम।
Har Roj Har Waqt Tera Hi Tera Khayal,
Na Jaane Kaun Se Karj Ki Kist Ho Tum.
बरसात तो थम जाती हैं पर यादें नहीं..
रोज-रोज मौसम का बदलना अच्छा नहीं।
Barasat To Tham Jaate Hain Par Yaad Nahin..
Roj-Roj Mausam Ka Badalna Achchha Nahin.
साथ भीगे बारिश में ये मुमकिन नहीं,
चल भीगी यादों में तुम कहीं, मैं कहीं।
Sath Bheegi Baarish Mein Ye Mumkin Nahi,
Chal Bheege Yaadon Mein Tum Kahan, Main Kahan.
मिलते रहिए, हाल-चाल पूछते रहिए,
ना जाने कब कोई एक याद बन कर रह जाएँ।
Milate Rahiye, Haal-Chaal Puchte Rahiye,
Na Jaane Kab Koi Ek Yaad Ban Kar Rah Jaye.
हम तुम्हे याद करेंगे, तुम हमे याद करना..!
देखते है हिचकियां किसे आती है..!!
Ham Tumhe Yaad Karenge, Tum Hame Yaad Karna..
Dekhte Hai Hichkiyan Kise Aati Hai..!!
मेरे बिना खुश रहे तू जमाने में..
के आऊ न मै याद भी अनजाने में..!
Mere Bina Khush Rahe Tu Zamane Mein..
Ke Aao Na Main Yaad Bhi Na Jane Mein..!
बस एक आख़िरी रस्म चल रही है हमारे बीच..
एक दूसरे को याद तो करते है लेकिन बात नहीं होती..!!
Bas Ek Aakhri Rasam Chal Rahi Hai Hamare Beech..
Ek Dusre Ko Yaad To Karte Hai Lekin Baat Nahin Hoti..!!