Bewafa Shayari : Har Pal Dete Hai Dhokha
Bewafa Shayari |
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं,
इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे,
मल्हम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं।
टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी,
मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी,
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,
मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी।
Bewafa Hai Duniya Kisi Ka Aitbaar Na Karo,
Har Pal Dete Hai Dhokha Kisi Se Pyaar Na Karo,
Mit Jao Tanha Jee Kar,
Par Kisi Ke Sath Ka Intezaar Na Karo.
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सकें वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।